2 महीने की ट्रेनिंग के बाद मिला धुंआधार कमाई का आइडिया, एक साल में कमाए ₹8 लाख, आप भी लें सीख
Success Story: अगर आप भी खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो फ्रूट प्रोसेसिंग कारोबार पर विचार कर सकते हैं. इस बिजनेस में कम निवेश में अच्छा मुनाफा कमाय जा सकता है.
जामुन बेर, आंवला, कोकम, मिर्च और आम के लिए फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट. (Image- Pixabay)
जामुन बेर, आंवला, कोकम, मिर्च और आम के लिए फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट. (Image- Pixabay)
Success Story: सरकार का किसानों की आय बढ़ाने और एग्री को बिजनेस के रूप में अपनाने पर जोर है. लोगों की तेजी से बदलती लाइफ स्टाइल ने फूड प्रोसेसिंग प्रोडक्टस की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में किसान और कारोबारी इस सेक्टर में निवेश कर नया मुकाम बना सकते हैं. इसके लिए फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री मंत्रालय कई योजनाएं चला रहा है. इसके तहत नई यूनिट लगाने पर वित्तीय सहायता के साथ ट्रेनिंग भी दे रही है.
यहां से ली ट्रेनिंग
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के रहने वाले हेमंत नंदकिशोर वालावलकर पोस्ट-हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएट हैं. ग्रेजुएशन करने के बाद हेमंत ने कृष्णा वैली एडवांस्ड एग्रीकल्चर फाउंडेशन, ओरोस, सिंधुदुर्ग से एग्री-क्लीनिक और एग्री-बिजनेस सेंटर (एसी और एबीसी) योजना के तहत ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें फ्रूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का आइडिया मिला.
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प्रोसेसिंग के लिए जामुन को चुना
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'जामुन' (Java Plum) एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है जिसका उपयोग अलग-अलग पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में किया जाता है. यह मधुमेह मेलेटस (Diabetes Mellitus), सूजन, अल्सर, दस्त आदि के उपचार में प्रभावी है. दावा किया जाता है कि बीजों में अल्कलॉइड, जम्बोसीन और ग्लाइकोसाइड जम्बोलिन या एंटीमेलिन होते हैं, जो स्टार्च को शुगर में बदलने से रोकता है. इसकी उपयोगिताओं के कारण हेमंत ने प्रोसेसिंग के लिए जामुन का चयन किया. उन्होंने ग्रामीणों से फल इकट्ठा करने के लिए पांच गांवों में 5 कलेक्शन सेंटर बनाए.
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दोस्तों और परिवार से लिए 10 लाख रुपये उधार
फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करने के लिए फंड की जरूरत थी तो उन्होंने अपने परिवार और दोस्तों से 10 लाख रुपये का उधार लिया. इस फंड से हेमंत ने सिंधुदुर्ग के इंडस्ट्रियल एरिया में फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट लगाई. उन्होंने जामुन को प्रोसेस्ड कर जामुन चिप्स, जामुन पाउडर, जामुन चिक्की बनाए. इसके अलावा भरवां मिर्च, दही मिर्च, कोकम स्क्वैश, कोकम पाउडर, आंवला जैम, आंवला कैंडी, मिक्स्ड फ्रूट जैम बनाए.
सालाना 8 लाख रुपये तक टर्नओवर
मैनेज के मुताबिक, फ्रूट प्रोसेसिंग बिजनेस से हेमंत अच्छी कमाई कर रहे हैं. उनके बिजनेस का सालाना टर्नओवर करीब 8 लाख रुपये है. उनके बिजनेस से 5 गावों के 100 से ज्यादा किसान जुड़े हुए है. उन्होंने इस बिजनेस से रोजगार के अवसर भी पैदा किए हैं. उनके यूनिट में 3 स्किल्ड और 15 अनस्किल्ड मजदूर है.
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06:48 PM IST